Chaos & Creation
My Writings
Tuesday, May 20, 2008
मेरा अहम्
पत्थर जैसा ठोस
मेरा प्रेम
जैसे बहता पानी
लेकिन मैंने सुना भी है और देखा भी
कि पानी में पत्थर घुल जाता है
शायद......
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment